Stiff Person Syndrome In Hindi (स्टिफ पर्सन सिंड्रोम हिंदी)

 Stiff Person Syndrome In Hindi
(स्टिफ पर्सन सिंड्रोम हिंदी)

      19 दिसंबर 1997 में प्रकाशित हुई विश्व प्रसिद्ध फिल्म टाइटैनिक के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। जिस फिल्म ने उस समय के सबसे अधिक 11 ऑस्कर पुरस्कार जीते थे। इस फिल्म का एक मशहूर गाना My Heart Will Go On भी आपके याद होगा जिसे सेलिना डीयोन (Celine Dion) ने गाया है। हाल ही में पता चला हे की उन्हें एक दुर्लब न्यूरोलोजीकल सिंड्रोम "स्टीफ पर्सन सिंड्रोम" हुआ है। 
     आज के इस लेख में हम इस दुर्लब न्यूरोलोजीकल सिंड्रोम के बारे में जानेंगे।

स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome)

        स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) एक ऑटोइम्यून न्यूरोलोजिकल सिंड्रोम हे यह डिसऑर्डर तब होता हे जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाने लगती है। अन्य प्रकार के न्यूरोलोजिकल सिंड्रोम की तरह यह भी मस्तीक्ष ओर रीढ़ की हड्डी को संक्रमित करती है।
स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) एक दुर्लब और नुकसान दायक विकार है। अगर इसका इलाज वक्त रहते नही हुआ तो पीड़ित व्यक्ति को किसी आम इंसान की तरह जीने में बहुत परेशानी होती है।

स्टिफ पर्सन सिंड्रोम के लक्षण (Stiff Person Syndrome Symptoms)

  • हाथो और पैरो में अकड़न होना।
  • धड़ (ट्रंक) की मांसपेशियों में अकड़न होना।
  • मांसपेशियों में दर्द होना।
  • चलते समय कठिनाईया आना।
  • रोशनी, आवाज या किसी भी प्रकार की तेज ऊर्जा को बर्दाश्त न कर पाना।
  • अधिक पसीना आना।

स्टिफ पर्सन सिंड्रोम का कारण (Stiff Person Syndrome Causes)

       स्टिफ पर्सन सिंड्रोम Stiff Person Syndrome होने का मुख्य कारण अभी तक पता नहीं चला है। लेकिन संभावना ये है कि यह विकार अनुवांशिक हो सकता है। स्टिफ पर्सन सिंड्रोम Stiff Person Syndrome में इंसान धीरे-धीरे आगे की तरफ झुकने लगता है। और शरीर के हलचल के साथ दर्द महसूस करता है।
     अगर आपके परिवार में यदि किसी सदस्य को ऑटोइम्यून न्यूरोलोजिकल बीमारी है। तो संभावना हे की आपको भी स्टिफ पर्सन सिंड्रोम होने का खतरा है।
     स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) एक ऑटोइम्यून न्यूरोलोजिकल बिमारी हे, जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाने लगती है। अन्य प्रकार के न्यूरोलोजिकल सिंड्रोम की तरह यह भी मस्तीक्ष ओर रीढ़ की हड्डी को संक्रमित करती है।
     आमतौर पर स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) के लक्षण 30 से 60 के आयु के वयस्को में पायी जाती है। महिलाओ में इस सिंड्रोम के लक्षण पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है।

स्टिफ पर्सन सिंड्रोम का इलाज कैसे होता है। (Stiff Person Syndrome Treatment) 

      स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) का कोई इलाज नहीं है। लेकिन उपचार के तौर पर स्टिफ पर्सन सिंड्रोम (Stiff Person Syndrome) की लक्षणों को नियंत्रण कर जोड़ो की गतिशीलता के कार्य में सुधार लाते है।
     नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलोजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक (National Institute Of Neurological Disorder And Stroke) जिसे NINDS भी कहते है। इनके अध्ययन में पता चला है कि इम्यूनोग्लोबूलिन उपचार कठोरता को कम करने में और शोर, स्पर्श, तनाव को संतुलन को सुधार के लिए प्रभावी है।

NOTE:

यह जानकारी Internet के माध्यम से ली गई है आने वाले दिनों में इस लेख में बदलाव किए जा सकते है. यह लेख केवल मनोरंजन के माध्यम से लिखी गई है यदि इस लेख में कोई कमी है या कोई गलती हुई है कृपया आप हमें Comment Section के माध्यम से बता सकते है.

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